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 27 नवंबर 2020

 श्री नरेंद्र मोदी,

 प्रधान मंत्री, भारत

 प्रिय श्री नरेंद्र मोदी जी,

 जैसा कि आप जानते हैं, दृढ़ और संकल्पित किसान, किसान संगठनों के विभिन्न राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्लेटफार्मों के नेतृत्व में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्णाटक, और भारत के विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। हाल ही में किसानों के इस दिल्ली चलो कार्यक्रम के लिए समन्वय तंत्र के रूप में एक संयुक्त किसान मोर्चा बनाया गया था।

युवाओं सहित इन किसानों को हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों द्वारा उनके रास्तों में रखी गयीं अभूतपूर्व बाधाओं का सामना करना पड़ा है।  यह संभवतः केंद्र सरकार के इशारे पर हुआ, जिसने उन्हें रोकने के लिए हर संभव कोशिश की – नियमित रूप से बैरिकेड, रेत से भरे ट्रक, कंटीले तारों की बाड़, सड़कों पर बिछाए गए विशाल पत्थर और यहाँ तक ​​कि सड़क पर खाइयाँ, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। यह सब उत्तर भारत में क्रूर सर्दी के दौरान हुआ है। अभी तक किसी अप्रिय घटना के बिना हम लगातार आगे मार्च कर रहे हैं। 

हजारों किसान देश के राजधानी क्षेत्र की सीमाओं पर पहुंच गए हैं, और जैसे हम दृढ़ता से आगे बढ़ते रहे हैं, वैसे ही आज भी बढ़ते रहेंगे।

राष्ट्र, और विशेष रूप से भारत सरकार इस वक़्त एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जब उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों को यह सब नहीं झेलना पड़े, और हमारे अन्नदाता और सरकार के बीच टकराव में कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं हो। आज यह स्थिति इसलिए आयी है क्योंकि अध्यादेश को तैयार करने या संसद में अधिनियमों के रूप में पारित करने के दौरान हमारी आवाज को अनसुना कर दिया गया। पूरे भारत में किसानों और उनके संगठनों द्वारा किये गए आंदोलनों के तहत कई बार आपके समक्ष प्रतिनिधित्व दिए गए  जिनके अभी तक आप से कोई जवाब नहीं मिले हैं।

कम से कम अब भारत सरकार को हमारे समाज के सबसे बड़े वर्ग के साथ टकराव का यह रवैया छोड़ते हुए उन्हें सुनने का प्रयास करना चाहिए और ईमानदारी से बातचीत शुरू की जानी चाहिए।

सरकार के लिए वार्ता की पेशकश करना और वार्ता के लिए अनुकूल माहौल नहीं प्रदान करने से उस पेशकश का कोई मतलब नहीं रह जाता।

इस पृष्ठभूमि के तहत हम आपको इन मुद्दों पर तुरत कार्यवाही करने का आग्रह कर रहे हैं :

 • यह सुनिश्चित करें कि किसानों के लिए दिल्ली पहुंचने का एक स्वतंत्र और सुरक्षित मार्ग तैयार हो। कोई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति जो पूरी तरह नियंत्रित की जा सकती है, बनने न दें, जिसका ज़िम्मेदार बाद में किसानों और स्थिति की नाज़ुकता को ठहराया जाए। 

 • रामलीला मैदान जैसी कोई जगह हमें आवंटित करें जहां हम इकट्ठा हो सकें और सरकार के साथ बातचीत भी कर सकें।

 • तीन कृषि अधिनियमों और बिजली बिल 2020 को रद्द करने की हमारी मांगों पर आपकी कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ चर्चा के लिए किसानों के अखिल भारतीय / क्षेत्रीय प्लेटफार्मों को निमंत्रित किया जाए।

 निष्ठा से,

 संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति

 बलबीर सिंह राजेवाल, दलजीत सिंह दल्लेवाला, गुरनाम सिंह चादुनी, वीएम सिंह, राजू शेट्टी, शिवकुमार शर्मा कक्काजी, योगेंद्र यादव

 अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) का राष्ट्रीय कार्यदल:

 • वीएम सिंह, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन (संयोजक)

 • अविक साहा, जय किसान अंदोलन (आयोजन सचिव)

 • डॉ आशीष मितल और वी वेंकटरामैया, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा

 • डॉ अशोक धवले और हन्नान मोल्लाह, अखिल भारतीय किसान सभा

 • अतुल कुमार अंजान और भूपिंदर सैम्बर, अखिल भारतीय किसान सभा

 • डॉ दर्शन पाल, क्रांतिकारी किसान यूनियन

 • जगमोहन सिंह, बीकेयू दकौंडा

 • कविता कुरुगंती और किरण विस्सा, आशा-किसान स्वराज

 • कोडिहल्ली चंद्रशेखर, कर्नाटक राज्य सभा संघ

 • मेधा पाटकर, नेशनल एलायंस फॉर पीपुल्स मूवमेंट्स

 • प्रतिभा शिंदे, लोक संघर्ष मोर्चा

 • राजाराम सिंह और प्रेमसिंह गहलावत, अखिल भारतीय किसान महासभा

 • राजू शेट्टी, स्वाभिमानी शेतकारी संगठन

 • ऋचा सिंह, संगीन किसान मजदूर संगठन

 • सतनाम सिंह अजनाला, जम्हूरी किसान सभा

 • सत्यवान, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन

 • डॉ सुनीलम, किसान संघर्ष समिति

 • तजिंदर सिंह विर्क, तराई किसान सभा

 • योगेंद्र यादव, जय किसान अंदोलन

 बीकेयू (राजेवाल)

 एस बलबीर सिंह राजेवाल

 बीकेयू (चादुनी)

 एस गुरनाम सिंह चढूनी

 रामपाल चहल, गन्ना संघर्ष समिति, भदेस

 विनोद राणा, गन्ना संघर्ष समिति, सहजादपुर

 सत्यवान दनौदा, किसान संघर्ष समिति

 राष्ट्रीय किसान महासंघ की राष्ट्रीय समन्वय समिति

 • शिव कुमार कक्काजी, अध्यक्ष, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ

 • जगजीत सिंह दलेवाल, अध्यक्ष, बीकेयू एकता सिद्धपुर

 • ऋषिपाल अंबावता, अध्यक्ष, बीकेयू (ए)

 • हरपाल चौधरी, अध्यक्ष, BKU (AA)

 • कर्बुरू शांताकुमार, अध्यक्ष, कर्नाटक गन्ना किसान संघ

 • जे के पटेल, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ

 • मंजीत सिंह राय, अध्यक्ष, बीकेयू दोआबा

 • सेवा सिंह आर्य, उपाध्यक्ष, बीकेयू

 • जसबीर सिंह भट्टी, अध्यक्ष, राष्ट्रीय किसान संगठन

 • तनवीर अहमद डार, जेएंडके अध्यक्ष, आरकेएमएमएस

 • लक्ष्मण वांगे, किसान क्रांति मोर्चा

 • के वी बीजू, राष्ट्रीय समन्वयक, राष्ट्रीय किसान महासंघ

 • संतवीर सिंह, संयोजक, गंगानगर किसान समिति

 

 

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